घर में बर्तनों का भंडारण कहा होना चाहिए?
घर पर बर्तनों का भंडारण रसोई क्षेत्र में या उसके समीप क्षेत्र में होना चाहिए इसके अतिरिक्त बर्तनों का भंडारण अधिक है तो यह दक्षिण दिशा क्षेत्र से पश्चिम दिशा क्षेत्र में कर सकते हैं।
इसके अलावा भवन में बर्तनों का भंडारण दिशा अनुसार अलग अलग प्रभाव देता है इसको ध्यान में रखकर भंडारण करने से विपरीत प्रभावी से बचा जा सकता है।
1 उत्तर दिशा क्षेत्र (North ) यह दिशा क्षेत्र भंडारण के लिए अनुचित मानी गई है इस दिशा क्षेत्र में भंडारण से घर के अंदर नकारात्मक प्रभाव बढ़ते हैं लेकिन छोटे-मोटे बर्तनों के भंडारण यहां कर सकते हैं क्योंकि बर्तन धातु से निर्मित होते हैं और यह दिशा क्षेत्र धातु मित्र क्षेत्र होता है। बर्तनो का निम्न भंडारण यहां कर सकते हैं।इस दिशा क्षेत्र में कांच के बर्तन, लकड़ी के बर्तन रख सकते हैं। तांबे और पीतल के बर्तन यहां भंडारण नहीं करना चाहिए।
इस दिशा क्षेत्र में लाल तथा पीले रंग के बर्तन नहीं रखना चाहिए।
2 उत्तर – उत्तर – पूर्व दिशा क्षेत्र (North – north – east )
यह क्षेत्र भंडारण के लिए अनुचित क्षेत्र होता है इस दिशा क्षेत्र को खाली रखना चाहिए लेकिन फिर भी यहां बर्तनों का भंडारण केवल कांच के बर्तन और लकड़ी के बरतन भंडार कर सकते हैं।तांबे और पीतल के बर्तन यहां भंडारण नहीं करना चाहिए।इस दिशा क्षेत्र में लाल तथा पीले रंग के बर्तन नहीं रखना चाहिए।
3 उत्तर – पूर्व दिशा क्षेत्र (North-East )
इस दिशा क्षेत्र में किसी भी प्रकार का भंडारण नहीं किया जाता। इस दिशा क्षेत्र में किया गया भंडारण नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
4 उत्तर – पूर्व – पूर्व दिशा क्षेत्र (North – East – East )
इस दिशा क्षेत्र में कांच के बर्तन एवं लकड़ी के बर्तन भंडारण कर सकते हैं।तांबे और पीतल के बर्तन यहां भंडारण नहीं करना चाहिए। इस दिशा क्षेत्र में लाल तथा पीले रंग के बर्तन नहीं रखना चाहिए।
5 पूर्व दिशा क्षेत्र (East )
इस दिशा क्षेत्र में तांबे के बर्तन एवं कांच के बर्तन लकड़ी के बर्तन का निम्न भंडार कर सकते हैं अतिरिक्त भंडारण इस दिशा में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है इसलिए ध्यान रखें यहां बड़ा भंडारण नहीं करें यहां निम्न रूप में छोटे-मोटे बर्तन रख सकते हैं।इस दिशा क्षेत्र में ग्रे ,कबुतरी तथा पीले रंग के बर्तन नहीं रखना चाहिए।
6 पूर्व – पूर्व – दक्षिण दिशा क्षेत्र (East south east )
इस दिशा क्षेत्र में लकड़ी तथा तांबे धातु से बने बर्तनों का भंडारण किया जा सकता है इसके अलावा अन्य धातु के बर्तन यहां भंडारण नहीं करें। इस दिशा क्षेत्र में ग्रे ,कबुतरी तथा पीले रंग के बर्तन नहीं रखना चाहिए।
7 पूर्व – दक्षिण दिशा क्षेत्र ( East – South )
इस दिशा क्षेत्र में धातु एवं लकड़ी के बर्तन अल्प रूप में रख सकते हैं इस दिशा क्षेत्र में कांच के बर्तन ना रखें। इस दिशा क्षेत्र में कल तथा स्काई ब्लू रंग के बर्तन नहीं रखनी चाहिए।
8 पूर्व – दक्षिण – दक्षिण दिशा क्षेत्र (South – East – south )
इस दिशा क्षेत्र में धातु एवं लकड़ी के बर्तन रूप में रख सकते हैं इस दिशा क्षेत्र में कांच के बर्तन ना रखें।इस दिशा क्षेत्र में कल तथा स्काई ब्लू रंग के बर्तन नहीं रखनी चाहिए।
9 दक्षिण दिशा क्षेत्र (South )
इस दिशा क्षेत्र में धातु एवं लकड़ी के बर्तन रूप में रख सकते हैं इस दिशा क्षेत्र में कांच के बर्तन ना रखें।इस दिशा क्षेत्र में कल तथा स्काई ब्लू रंग के बर्तन नहीं रखनी चाहिए।
10 दक्षिण – दक्षिण – पश्चिम दिशा क्षेत्र ( South – south – West )
इस दिशा क्षेत्र में भी बर्तनों का छोटा भंडार कर सकते हैं इस दिशा क्षेत्र में सभी धातुओं के बर्तन कम मात्रा में रख सकते हैं यहां कांच के बर्तनों का भंडारण नाकारात्मक प्रभाव बढ़ाता है।इस दिशा क्षेत्र में कल तथा स्काई ब्लू रंग के बर्तन नहीं रखनी चाहिए।
11 दक्षिण – पश्चिम दिशा क्षेत्र ( South – West )
इस दिशा क्षेत्र में कांच के बर्तन छोड़कर सभी धातुओं के बरतन भंडार किया जा सकते हैं।इस दिशा क्षेत्र में कल तथा स्काई ब्लू रंग के बर्तन नहीं रखनी चाहिए।
12 दक्षिण – पश्चिम – पश्चिम दिशा क्षेत्र (West – south – west )
इस दिशा क्षेत्र में कांच के बर्तन छोड़कर सभी धातुओं के बरतन भंडार किया जा सकते हैं।इस दिशा क्षेत्र में कल तथा स्काई ब्लू रंग के बर्तन नहीं रखनी चाहिए।
13 पश्चिम दिशा क्षेत्र (West)
इस दिशा क्षेत्र में भी बर्तनों का भंडारण किया जा सकता है यहां केवल कॉपर यहां केवल तांबे के बर्तनों के छोड़कर बाकी सभी धातुओं के बर्तन भंडारण किया जा सकते हैं। इस दिशा क्षेत्र में लाल और हरे रंग के बर्तनों का भंडारण ना करें।
14 पश्चिम – पश्चिम -उत्तर दिशा क्षेत्र (West – west – north )
इस दिशा में बर्तनों का भंडारण निषेध बताया गया है यहां किसी भी तरह का भंडारण नहीं करना चाहिए।
15 पश्चिम – उत्तर दिशा क्षेत्र (North – west )
इस दिशा क्षेत्र में सभी धातुओं के बर्तन भंडारण किया जा सकते हैं। यहां कांच से बने बर्तन अधिक मात्रा में रख सकते हैं।इस दिशा क्षेत्र में हरे रंग के बर्तनों का भंडारण ना करें।
16 पश्चिम – उतर – उत्तर दिशा क्षेत्र ( West – North – north )
यहां कांच के बर्तनों का छोटा भंडारण किया जा सकता है।