घर में दर्पण किस दिशा क्षेत्र में होना चाहिए?
दर्पण का प्रयोजन घर में मनुष्य अथवा घर की औरतें अपने आप को सिंगार करने के लिए काम में लिया जाता है प्राचीन काल घर में एक छोटा दर्पण हुआ करता था । दर्पण जल तत्व का प्रतीक है जैसे हम पृथ्वी पर पानी गिराते हैं तो उसे पानी में हमारी तस्वीर दिखाई देती है वही काम सीसा करता है यह जल तत्व का कारक होने के साथ-साथ इसका कार्य क्षेत्र को बढ़ाना भी है आप जिस जगह इसको लगाते है उसके पीछे का क्षेत्र बढ़ जाता है उसमें आपकी आकृति दिखाई देती है और दूर-दूर तक कि आकृति दिखाई देती है तो वह जो प्रतिबिंब बनता है वह एक प्रतीकात्मक आकाश का निर्माण करता है। जरूरत के अनुसार इसका अनुपात आपको ब्रह्मांड के दर्शन करवा सकता है । अगर इसका अनुपात घर में अनियमित होता है तो यह एक भ्रम की स्थिति का निर्माण करता है। आपसी रिश्तों में दूरियां बढ़ने लगती हैं।
घर में दर्पण किस दिशा क्षेत्र में होना चाहिए?
